रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण कक्षा 10 विज्ञान

दोस्तों अगर आप दसवीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो यहाँ पर निचे दिए गए सभी प्रश्न पत्र आपके बोर्ड परीक्षा के लिए उपयोगी साबित होगा |

रासायनिक अभिक्रिया : दैनिक जीवन में होने वाली कुछ परिस्थियाँ जैसे – दूध से दही जमना, लोहे में जंग लगना , आदि रासायनिक परिवर्तनों को ही रासायनिक अभिक्रिया कहते है |

रासायनिक समीकरण : रासायनिक अभिक्रियाओं को संक्षिप्त अथवा प्रतीकात्मक रूप में निरुपित करना ही रासायनिक समीकरण कहलाता है |

अभिकारक : किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले वे पदार्थ जो एक-दूसरे अभिक्रिया करते है, अभिकारक कहलाते है |

उत्पाद : रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप बनने वाले नये पदार्थ को उत्पाद कहते है |

द्रव्यमान के संरक्षण का नियम : किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो निर्माण होता है न ही विनाश होता है अर्थात किसी भी रासायनिक अभिक्रिया के उत्पाद तत्वों का कुल द्रव्यमान अभिकारक तत्वों के कुल द्रव्यमान के बराबर होता है |

संतुलित रासायनिक समीकरण : जब किसी रासायनिक समीकरण के तीर चिन्ह के दोनों और के तत्वों के परमाणुओं की संख्या बराबर होती है, तो उसे संतुलित समीकरण कहते है |

कंकाली समीकरण : यह सामान्यत: प्रतिकारकों, प्रतिफलों के संकेतों व सूत्रों को प्रदर्शित करता है | यह संतुलित भी हो सकता है अथवा नहीं भी |

आणविक समीकरण : जब किसी संतुलित रासायनिक समीकरण में प्रतिकारक के रूप में भाग लेने वाले पदार्थ आणविक रूप में होतें है, तो उसे आणविक समीकरण कहते है |

संयोजन अभिक्रिया : वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे डो या डो से अधिक पदार्थ आपस में मिलकर एक नये पदार्थ का निर्माण कारते है तो उसे संयोजन अभिक्रिया कहते है |

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